उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित सिल्क्यारा सुरंग में पिछले 11 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं और इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति से बचाव के लिए स्वयंसेवी बचावकर्मी और सरकारी अधिकारीगण ने एक बड़ी प्रयासरत बचाव ऑपरेशन शुरू किया है। इस कठिन समय में, सुरंग में फंसे मजदूरों के परिवारों के दिलों में उम्मीद की किरणें जगाने वाले कुछ वीर मजदूरों की बातें आईं हैं।
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मजदूर इंद्रजीत कुमार के बच्चे विश्वजीत और संबंधी सुबोध कुमार, जो सुरंग में फंसे हैं, ने अपने परिवार से कहा है कि वे जल्दी ही बाहर निकलेंगे। इस कठिनाई में भी उनकी उदारता और उम्मीद ने उनके परिवार को शक्ति दी है। मजदूर इंद्रजीत ने अपने छोटे भाई और संबंधी के लिए प्रार्थना की है और बताया कि उन्होंने उनसे बात की है और उन्हें अच्छा दिखाई दिया है।
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इंद्रजीत के बच्चे ने दिवाली पर उन्हें फोन किया लेकिन उसकी बात नहीं हो सकी, और उसके साथी ने बताया कि उसका मोबाइल फोन खराब हो गया है। इस दरम्यान, सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों ने भी अपने परिवार से बात करने का मौका पाया है और उन्होंने उन्हें आशा की है कि वे जल्दी ही बाहर आएंगे।
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बचाव ऑपरेशन के दौरान युद्ध स्तर पर तैयारियों की जा रही है, और एक बड़े पाइप को सुरंग में डालकर मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य शुरू हो गया है। यह प्रयासरत बचाव ऑपरेशन में 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए कुछ ही घंटों के बाद सकारात्मक परिणाम देगा।
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इस कठिन समय में, हम सभी उन मजदूरों के साथीयों के लिए प्रार्थना करते हैं कि वे सुरक्षित रहें और जल्दी से अपने परिवारों के पास वापसी करें। इस दुर्घटना में सभी स्थानीय अधिकारियों, सेना और स्वयंसेवी बचावकर्मियों के प्रयासों को सलामी भेजते हैं जो इस मुश्किल समय में अपने समर्पण और साहस से सामूहिक सुरक्षा का कार्य कर रहे हैं।