गोपाल राय का पत्र दिखाता है कि वह दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के सम्बंध में गंभीरता से लेकर इसे कम करने के लिए कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उनका तरीका यह है कि जो वाहन दिल्ली के लिए नहीं हैं, वे दिल्ली में पहुंचने से पहले ही पूर्वी और पश्चिमी परिधीय मार्गों पर भेज दिए जाएं, ताकि इससे प्रदूषण कम हो सके। उन्होंने यूपी और हरियाणा के परिवहन मंत्रियों को इस मामले में सहयोग करने के लिए भी कहा है।
गोपाल राय का मत है कि बारिश के बाद भी दिल्ली में प्रदूषण बना रहा है, और इसके लिए उन्होंने दिल्ली सरकार की सक्रियता की सराहना की है। उनके अनुसार, दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के समाधान के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं और ऑड-ईवन योजना को भी स्थगित किया है।
उनका पत्र दिखाता है कि वे देशवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षित रखने के लिए सक्रियता का समर्थन कर रहे हैं और वे अधिकारियों से चाहते हैं कि गैर-गंतव्य वाहनों को सीमा से पहले ही उचित मार्गों पर डायवर्ट किया जाए। इसके लिए वह आवश्यक बल तैनात करने की मांग कर रहे हैं।
इस पत्र से स्पष्ट होता है कि गोपाल राय ने प्रदूषण के समाधान के लिए साझेदारी और सहयोग की आवश्यकता को महत्वपूर्ण माना है और उन्होंने अब उचित उपायों की मांग की है। इस पत्र का जवाब अब देखा जाएगा कि यह समस्या कैसे हल होती है और क्या कदम उठाए जाते हैं।