मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके बेटे उमर अंसारी की पहली प्रतिक्रिया आई है। उमर अंसारी ने मुख्तार अंसारी की मौत के पीछे के संदिग्ध आरोपों को उठाया है और मौत की जांच की मांग की है। मुख्तार अंसारी के परिवार ने भी यह दावा किया है कि उन्हें मौत की जानकारी प्राथमिकता से नहीं दी गई। उमर अंसारी ने इस मामले में कानूनी कदम उठाने की भी धमकी दी है।

मुख्तार अंसारी, जो की यूपी के कुख्यात माफिया सरगना थे, की मौत का अद्भुत संदिग्ध मामला है। उन्हें बांदा जेल में उल्टी की शिकायत होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका दम तोड़ दिया गया। उम्र के 45 वर्ष के इन्होंने अपने जीवन में कई विवादों और कानूनी मुकदमों का सामना किया था।
उमर अंसारी के आरोपों के अनुसार, मुख्तार अंसारी को जेल में जहर दिया गया था, जिससे उनकी मौत हो गई। उमर ने कहा कि मुख्तार को 19 मार्च को जहर दिया गया था, जिससे उनकी तबीयत खराब होने लगी थी।

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यूपी में हलचल मच गई। पुलिस ने शीघ्र ही जांच शुरू की और मौत के पीछे के कारणों को जांचने का काम किया। मुख्तार अंसारी के मौत के संदिग्ध प्रकरण को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरजेडी नेताओं ने सरकार पर सवाल उठाए।
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके शव को गाजीपुर ले जाया गया और उन्हें उनके पुश्तैनी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस मामले में अब और जांच की जा रही है ताकि मौत के पीछे के सच्चाई का पता चल सके।
उमर अंसारी के आरोपों के बाद, सरकार को इस मामले में संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है। जनता की आस्था और विश्वास को बनाए रखने के लिए सच्चाई का पता लगाना महत्वपूर्ण है। इस संदिग्ध मामले में न्याय की बुनियाद पर जांच की जानी चाहिए ताकि अपराधियों को सजा मिले और इस तरह की घटनाएं फिर से न हों।