नालंदा जिला के सिलाव थाना क्षेत्र के करियना गाँव मामला हैं जिसके साथ किया गया मारपीट,उसी के साथ हुई है नाइंसाफी।आज मरणासन्न की स्थिति में पहुँच गया है।मामला सिलाव थाना क्षेत्र के करियना गाँव का है।
छोटे चौधरीम को अंदरूनी चोट
वीते माह करियना गाँव मे छोटे चौधरी के साथ गांव के ही जवाहर चौधरी ने जमकर मारपीट किया था।गंभीर रूप से अंदरूनी चोट से चोटिल हो अचेतावस्था में छोटे चौधरी को इलाज के लिये पत्नी शारदा देवी ने पावापुरी में दाखिल कराया,बाद में कोई सुधार नहीं होने पर निजी अस्पताल बिहारशरीफ से लेकर पटना तक इलाज कराया।लेकिन डॉक्टरों के द्वारा जवाब दे दिये जाने के बाद आज घर मरणासन की स्थिति में पड़ा हुआ है।
छोटे चौधरी की पत्नी शारदा देवी ने बताया कि
पत्नी शारदा देवी ने बताया कि जिसने मारपीट किया उसे कानून भी बरी कर दिया है, और हमलोंगों को ही उल्टे मुजरिम बनाया गया है।मेरे पुत्र को जेल में बंद कर दिया गया है, इधर पति का देखरेख करने के लिए भी अब कोई सहारा नही है।बताया कि अचेतावस्था में मैं और मेरा पुत्र इलाज के लिये अपने पति को ले कर अस्पताल बीम्स पावापुरी ले गया।इधर मेरे पति के साथ मारपीट करने बाले जवाहर चौधरी ने उल्टे मेरे पति समेत दोनो पुत्र को नामजद कर दिया।मैं भी थाने में मामला दर्ज कराया ,जिसका कांड संख्या 188/23 है।लेकिन मेरे द्वारा दर्ज किए गए केस को रफा दफा कर दिया गया है। जबकि मारपीट करने वाले जवाहर चौधरी एवं उसके पुत्र बिपिन कुमार जो बालिग है,वरी कर दिया गया है।
इस मामले में मरणासन पर पहुंचे छोटे चौधरी के पड़ोस के लोग रघुनंदन चौधरी,तरुण चौधरी,रामस्वरूप चौधरी,धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि मारपीट किया गया था जिसमे अंदरूनी चोटों से गंभीर रूप से घायल हुए थे, लेकिन पुलिस के द्वारा सही जाँच पड़ताल किया गया है, जिसके कारण आज यह मरणासन की स्थिति में है।
सिलाव थाना अध्यक्ष राकेश कुमार से पूछे जाने पर बताया कि
इस मामले थाना अध्यक्ष राकेश कुमार से पूछे जाने पर बताया कि मारपीट की घटना हुई थी,दोनो पक्षो के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराया गया था, छोटे चौधरी का अंदरूनी रिपोर्ट जो डॉक्टर के द्वारा दिया गया था वह सिंपल था,बही छोटे चौधरी के द्वारा दिये गए आवेदन के आधार पर भी पुलिस कारबाई करते हुए जवाहर चौधरी एवं उसके पुत्र बिपिन चौधरी जो की बालिग है,दोनो को न्यायालय को सुपुर्द किया गया था।