नालंदा, बिहार: देर रात शरारती तत्वों ने शहीद स्मारक को नुकसान पहुंचाने का आपराधिक उपक्रम किया है। बिहारशरीफ के कारगिल पार्क में इस घटना के दौरान शहीद स्मारक में तोड़फोड़ की गई है, और लगे पेड़ पौधों को बर्बाद कर दिया गया है। घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और छानबीन की जा रही है।
मुख्यमंत्री का प्रतिबद्धी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में यह उपक्रम सामने आया है, और उन्होंने इसे एक अपमानपूर्ण हादसे के रूप में देखा है। इसके परिणामस्वरूप, मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस ने त्वरित कदम उठाए हैं और शरारती तत्वों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच शुरू की है।
शहीद स्मारक का महत्व
कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में नालंदा के बिहारशरीफ में कारगिल पार्क बनाया गया था। इस पार्क में शहीदों की श्रद्धांजलि के लिए अमर जवान का प्रतिक स्थापित किया गया था। इस अपमानपूर्ण हादसे के दौरान, शहीद स्मारक को नुकसान पहुंचाने के लिए शरारती तत्वों ने तोड़फोड़ की है और पार्क में लगे पेड़ पौधों को भी बर्बाद कर दिया गया है।
छानबीन और नुकसान की जांच
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी द्वारा मौके पर छानबीन की जा रही है, और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि शरारती तत्वों की पहचान हो सके। इसके बाद, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय निवासियों का रोष
इस हादसे के बाद स्थानीय निवासियों में रोष बढ़ा है और उन्होंने इस घटना को कड़ी से कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की गुहार लगाई है। यह घटना स्थानीय समुदाय में गहरी आहति और आंसूओं की भरमार का कारण बन गई है।
यह खबर नालंदा में एक अध्यात्मशास्त्री और बगलपुर में एक स्कूल टीचर की मौत के बाद आई है, जो स्थानीय निवासियों को गहरे शोक में डाल दिया है। इसके बावजूद, यह घटना एक नए स्तर पर समाज में न्याय की मांग को लेकर उत्तेजना पैदा कर सकती है और स्थानीय प्रशासन और पुलिस को अधिक सतर्क रहने के लिए प्रेरित कर सकती है।**