प्यार-शादी और धोखे की इस कहानी में हुई पड़ोसियों की एंट्री दरभंगा, बिहार: एक दर्द भरी कहानी जो प्यार, शादी, और धोखे के चक्कर में घूमी है, बिहार के एक सीमा हैदर नामक महिला की है। उन्होंने नेपाल से आई प्रेमिका को ढूंढ़ने के लिए अपने पति और बच्चों को छोड़ दिया है, लेकिन 26 दिनों के बाद भी इंसाफ नहीं मिला है।
इस कहानी का हीरो, प्रेमी बैंककर्मी गोविंद साह है

इस कहानी का हीरो, प्रेमी बैंककर्मी गोविंद साह है, जिन्होंने अपनी पहली पत्नी प्रेरणा देवी, मां पुनीता देवी, पिता रामश्रय साह को छोड़कर नेपाली महिला संगीता देवी से प्यार किया और शादी की। इस रोमांटिक कहानी की शुरुआत बिहार के रक्सौल में हुई, जहां गोविंद और संगीता मिले। धीरे-धीरे, उनके बीच प्यार बढ़ा और वे मंदिर में शादी कर लिया। लेकिन खुशियों की इस कहानी के बाद, अचानक गोविंद ने अपना तबादला वैशाली में कर लिया और संगीता को छोड़कर फरार हो गए।
अपने प्रेमी को पाने के लिए अपने बच्चों और पति को छोड़कर आई थी

संगीता, जो अपने प्रेमी को पाने के लिए अपने बच्चों और पति को छोड़कर आई थी, अब उसे नेपाल वापस नहीं जाना चाहती है। उसका कहना है कि वह अब यहाँ दरभंगा में रोजगार की तलाश कर रही है और अपने धोखेबाज पति को सजा दिलाने की कड़ी से कड़ी कोशिश करेगी। संगीता ने अपने प्रेमी पति सहित पूरे परिवार के खिलाफ मारपीट, लूटपाट सहित दहेज प्रताड़ना की प्राथमिकी महिला थाने में दर्ज करवाई है। पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है, लेकिन किसी का कोई पत्ता अभी तक नहीं चल पाया है। महिला थानाध्यक्ष नूसरत जहां ने बताया कि छापेमारी चल रही है और बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संगीता के इस बेताबी हालात में, उसे मोहल्ले के लोगों का साथ और सहयोग मिल रहा है। उनके लिए खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं है, और वे इस मुश्किल समय में मोहल्ले के लोगों की देखभाल कर रहे हैं। इस दर्दनाक कहानी में, आपके सामने है प्यार का सफर और धोखे का दरिया, जो एक महिला के जीवन को हिला कर रख दिया है। सीमा हैदर, जो अब दरभंगा में रहकर न्याय की तलाश में है, आशा है कि उसको इंसाफ मिलेगा और वह अपने धोखेबाज पति को सजा दिला सकेगी।