वनडे वर्ल्ड कप में भारत की टीम को एक खास खिलाड़ी की कमी खलेगी, जिसने साल 2007 से 2019 तक भारत के लिए वर्ल्ड कप खेला है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि एमएस धोनी हैं। धोनी ने इससे पहले चार वनडे वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेला है और उनकी कप्तानी में भारत ने साल 2011 में वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।
वर्ल्ड कप के इस संस्करण में, टीम इंडिया का कप्तान रोहित शर्मा है, और उनके नेतृत्व में टीम इंडिया अपने पहले मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी। धोनी के अब वनडे वर्ल्ड कप में खेलने का मौका नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने साल 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। धोनी ने अपने खिलाड़ी और कप्तान के रूप में भारत को वर्ल्ड कप में महत्वपूर्ण मोमेंट्स और जीत के लिए लड़ाई दी हैं, और उनकी आगामी आवाज क्रिकेट जगत के बिना नहीं होगी।
धोनी का आखिरी वर्ल्ड कप मैच 9 जुलाई 2019 को खेला गया था, जब भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में हारा था। धोनी ने इस मैच में 72 गेंदों पर 50 रनों की पारी खेली थी, लेकिन भारतीय टीम की सफलता नहीं मिली। इसके बाद, धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया और टीम इंडिया के वर्ल्ड कप के साथ नई पीढ़ी की तैयारी करने का आलंब किया।
वनडे वर्ल्ड कप के इस संस्करण के लिए टीम इंडिया का स्क्वाड में रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल, केएल राहुल, हार्दिक पंड्या, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, आर अश्विन, और शार्दुल ठाकुर शामिल हैं।
एमएस धोनी की एक यादगार करियर के बाद, टीम इंडिया अब नए खिलाड़ियों के साथ वनडे वर्ल्ड कप के लिए उतरेगी, और उनकी अनुपस्थिति का बड़ा अहसास होगा। धोनी के संगठन, नेतृत्व, और खेल की महत्वपूर्ण भूमिका की यादें हमें हमेशा याद रहेंगी।