पंजाब में किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन जारी है, जिसके परिणामस्वरूप कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है, जिससे हजारों यात्री परेशान हो रहे हैं। यह आंदोलन तीन दिनों से चल रहा है और किसानों के सड़कों और रेल पटरियों पर धरने बैठने के चलते रेलवे को कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।

रेलवे द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जैसे कि लोहिया खास एक्सप्रेस स्पेशल, कोटकापुरा-फाजिल्का डेमू एक्सप्रेस स्पेशल, और जालंधर सिटी-होशियारपुर डेमू स्पेशल।रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस आंदोलन के चलते हजारों यात्रीगण को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 30 सितंबर तक के आंदोलन के दौरान कम से कम 92 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। पहले इस प्रदर्शन के बाद, गुरुवार को फिरोजपुर मंडल के तहत 91 ट्रेनों में से 51 ट्रेनें रद्द कर दी गई थी, और 24 ट्रेनों को गंतव्य से पहले समाप्त किया गया था, जबकि 5 ट्रेनों को प्रस्थान स्टेशन से आगे से चलाया गया था।

प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि वे केंद्र सरकार के खिलाफ 30 सितंबर तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे। आंदोलन की शुरुआत कई पंजाब जिलों में हुई है, और किसान संगठनों के सदस्य इसमें भाग ले रहे हैं। किसानों का आंदोलन उनके विभिन्न मांगों के साथ चल रहा है, जिसमें उनकी आर्थिक सहायता के लिए एक विशेष वित्तीय पैकेज, मिनिमम सप्ली प्राइस (MSP) के लिए कानूनी गारंटी, और कर्ज माफी शामिल हैं।

किसानों के प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि वे केंद्र सरकार के खिलाफ 30 सितंबर तक आंदोलन जारी रखेंगे। इस आंदोलन के दौरान, पंजाब के विभिन्न जिलों में किसानों ने धरने बैठाए हैं और उनके संघटनों में कई किसान संगठन शामिल हैं, जैसे कि किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), भारतीय किसान यूनियन (एकता आजाद), और अन्य संगठन।

किसान संगठनों की मांगों में उनकी आर्थिक सहायता, MSP की कानूनी गारंटी, और कर्ज माफी के साथ अन्य मांगें शामिल हैं। इसके अलावा, किसानों के द्वारा मांग की जा रही है कि उन किसानों के परिवारों को जिन्होंने प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गवाई है, के लिए आर्थिक मदद प्रदान की जाए और उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।