प्राचीन काल के राजाओ की राजधानी राजगीर में 30 नवम्बर से तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो गया है | इस मेले में कई तरह के स्टॉल लगे हुए हैं | इस तीन दिवसीय मेले में और भी बहुत कुछ खास होगा |

30 नवम्बर से शुरू हुए इस तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव की तैयारी युद्ध स्तर पर की गयी है यह महोत्सव 2 दिसम्बर तक आयोजित होगी जिसका उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री नितीश कुमार करने वाले थे लेकिन उनके स्वास्थ्य में अचानक गड़बड़ी होने के कारण उनके स्थान पर वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री सह नालंदा जिला प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर राजगीर महोत्सव का उद्घाटन किया गया है इस खास मौके पर बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार , नालंदा के सांसद कौशलेन्द्र कुमार एवं अतिथियों का स्वागत करने के लिए नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर भी मौजूद रहे |

इस महोत्सव में अनेक कलाकार भाग लेकर अपने – अपने कला को प्रदर्शित कर रहे है | इस बार महोत्सव में कलाकार के रूप में जावेद अली, ऐश्वर्या निगम एवं अन्य लोग भी भाग ले रहे है | राजगीर महोत्सव स्थल पर रंगमंच, हैंगर पर ग्राम श्री मेला में पुस्तक मेला, कृषि मेला, व्यंजन मेला, उधोग मेला सहित अन्य योजनाओ के भी स्टॉल लगाया गया है |
प्रत्येक वर्ष होता है राजगीर महोत्सव
आदिकाल से सांस्कृतिक और पुरातात्विक उत्कृष्ट के लिए विश्व विख्यात शहर राजगीर पर्यटकों के बिच बहुत लोकप्रिय है देश दुनिया के सैलानी सांस्कृतिक और विरासत यात्रा पूरी करने के लिए यहाँ आते हैं राजगीर में प्रत्येक वर्ष पर्यटन विंभाग और जिला प्रशासन के सौजन्य से तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव और सात दिवसीय ग्राम श्री मेला का अद्भुत आयोजन किया जाता है इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन द्व्रारा पूरी ताकत झोक दी गयी है महोत्सव के सभी कार्यक्रमों का माँनीटरिंग जिला प्रशासन शशांक शुभंकर द्वारा खुद किया गया है |

बॉलीवुड कलाकार भी राजगीर महोत्सव में बिखेरेंगे सुरो की महफ़िल

राजगीर महोत्सव का मुख्य उदेश्य राजगीर और नालंदा के सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करना है इस दौरान कई विख्यात कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति भी होती है महोत्सव के पहले दिन हिंदी फिल्मो के पाश्र्व गायक ऐश्वर्या निगम और लोक गायिका दीपाली सहाय महफ़िल सजा रही है | वही वॉलीवूड के मशहूर प्ले बैक सिंगर जावेद अली एक दिसम्बर को श्रोताओ को गुदगुदाएंगे | महोत्सव के लास्ट दिन में वॉलीवूड प्रसिद्ध संगीतकार, गीतकार विशाल भारद्वाज अपने गायकी का जादू दर्शको पर चलाएंगे |
देश के अलग-अलग राज्यों के पहलवान लेंगे दंगल में भाग
इसके अलावे राजगीर में मशहूर दंगल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है इस महोत्सव में मशहुर दंगल प्रतियोगिता में जिले और बिहार के अलावे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा, झारखंड आदि के पहलवान भाग लेने पहुंच गए है |
नुक्क़ड़ नाटकों का प्रोग्राम
सामाजिक कुरीतियो के खिलाफ नुक्क़ड़ नाटक किया जा रहा है योगा प्रतियोगिता में चक्रपाणि रेसिडेंसियल स्कूल के बच्चो के अलावे अन्य स्कूल के छात्र-छात्राएं पुरस्कार अपने नाम करने के लिए कोर्सिस करने में लगे हुए है
पालकी और तांगा सजावट की है पुराणी परम्परा

महोत्सव के समय पर पालकी और तांगा सजावट की पुराणी परम्परा है डोली यूनियन से जुड़े लोग अपनी अपनी पालकी सजाने और पुरस्कार अपने नाम करने के लिए कोर्सिस करते रहते है |
सजावट के प्रथम तीन विजेताओं को मिलता है पुरस्कार
सरकारी भवनों को सजाने का पुरा कर लिया गया है सभी तर्ज के सजावट के प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कार देने की घोषणा जिला प्रशासन द्वारा किया गया है पेंटिंग, रंगोली, कबड्डी, चम्मच दौड़, कुर्सी रेस, आदि की तयारी कराई जा रही है महिला महोत्सव में महिलाओ द्वारा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया जायेगा |
राजगीर महोत्सव 37 वर्षो से मनाया जा रहा है

37 वर्ष पुराने राजगीर महोत्सव में बिहार खासकर मगध के समृद्ध सांस्कृतिक और विरासत का जश्न मनाया जाता है इस महोत्सव में सर्वप्रथम शास्त्रीय संगीत नृत्य और अन्य कला रूपो का एक अच्छा मिश्नन होता था इस आयोजन का प्रमुख उदेश्य बिहार मगध और राजगीर की संस्कृति के सार को जीवित रखना है |
महोत्सव के दौरान इन नाम से बना है तोरण द्वार
गिरिब्रज द्वार, वसुमतिपुर द्वार, वृहद्रथपुर द्वार, कुशाग्रपुर द्वार, राजगीर द्वार, सम्राट वसु द्वार, सम्राट वृहद्रथ द्वार, सम्राट जरासंध द्वार, सम्राट बिंबसार द्वार, सम्राट अजातशत्रु द्वार, सम्राट चन्द्रगुप्त द्वार, सम्राट अशोक द्वार, सम्राट हर्षवर्धन द्वार, आचार्य आर्यभट द्वार, आचार्य चाणक्य द्वार, आचार्य शीलभद्र द्वार, आचार्य धर्मपाल द्वार, आचार्य चंद्रपाल द्वार, आचार्य नागार्जुन द्वार, आचार्य ज्ञानचंद्र द्वार, आचार्य प्रभामित्र द्वार, आचार्य हेनसांग द्वार, आचार्य शांतिरक्षित द्वार, आचार्य पद्संभव द्वार, वैद्य जीवक द्वार, आम्रपाली द्वार, ज्ञानपीठ नालंदा द्वार, विक्रमशिला द्वार, उदंतपुरी द्वार, सारिपुत्त द्वार, महमोग्लान द्वार, गौतम बुद्ध द्वार, तीर्थंकर महावीर स्वामी द्वार, मुनि सुब्रतनाथ द्वार, श्री गुरु गोविन्द सिंह द्वार, नालंदा द्वार, वेणुवन द्वार, लौह पुरुष सरदार वल्ल्भभाई पटेल द्वार, देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वार, बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण सिंह द्वार, लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वार, चंद्रयान द्वार, इत्यादि