प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद देशवासियों को एक और बड़ी खुशखबरी सुनाई है। “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” के अंतर्गत 1 करोड़ घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे घरों को क्लीन एनर्जी प्राप्त हो सकेगी और बिजली बिल काम करने में काफी मदद मिलेगी। इस योजना के माध्यम से, सरकार गरीब और मध्यम वर्ग को बिजली की सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा पहुंचाने का लक्ष्य रख रही है।
प्रधानमंत्री का ट्वीट:
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में बताया कि आयोध्या में हुए राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के उत्सवी मौके पर उन्होंने यह निर्णय लिया है कि भारतवासियों के घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाया जाएगा। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ती से बिजली प्रदान की जा सकेगी और भारत को ऊर्जा स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी।
सौर रूफटॉप सिस्टम कैसे काम करता है:
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सौर रूफटॉप सिस्टम एक प्रकार की फोटोवोल्टेक सिस्टम है, जो इमारतों की छतों पर स्थापित किया जाता है। इसमें कई मुख्य घटक होते हैं, जैसे कि सोलर पैनल, इन्वर्टर, और बैटरी।
सोलर पैनल: सोलर पैनल सूर्य के प्रकाश को धारा बिजली में परिवर्तित करने के लिए उपयोग होते हैं। ये पैनल अनेक छतों पर स्थापित किए जा सकते हैं और सूर्य की ऊर्जा को सीधे बिजली में बदलते हैं।
इन्वर्टर: इन्वर्टर डीसी बिजली को एसी बिजली में परिवर्तित करता है। यह उपयोगकर्ता को सोलर से आई ऊर्जा को उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है।
बैटरी: बैटरी ऊर्जा को भंडारित करने का कार्य करती है, जिसे रात्रि में या जब बादलों के छाए रहने पर उपयोग किया जा सकता है।
ग्रिड कनेक्टेड सिस्टम: यदि उपयोगकर्ता को अत्यंत ऊर्जा की आवश्यकता है, तो सिस्टम को ग्रिड से जोड़ा जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ता ग्रिड से भी बिजली प्राप्त कर सकता है।
सौर रूफटॉप सिस्टम के लाभ और नुकसान:
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ऊर्जा बचत: सौर रूफटॉप सिस्टम से उपयोगकर्ता अपनी ऊर्जा खपत को कम कर सकता है और बिजली बिलों में बचत कर सकता है।
स्वच्छ ऊर्जा: इस सिस्टम से प्राप्त ऊर्जा स्वच्छ और निर्मूल्य है, जिससे प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
मूल्य में वृद्धि: सौर रूफटॉप सिस्टम को स्थापित करने से इमारत की मूल्य में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि ऐसे घरेलू सौर समाधानों का मान बढ़ सकता है।
नुकसान:
मूल्य: सौर रूफटॉप सिस्टम की स्थापना महंगी हो सकती है, जिससे आम उपयोगकर्ता के लिए इसका लाभ प्राप्त करना कठिन हो सकता है।
स्थापना: सौर रूफटॉप सिस्टम को स्थापित करने के लिए विशेषज्ञों की आवश्यकता होती है, जिससे स्थापना की प्रक्रिया में कठिनाई हो सकती है।
रखरखाव: सौर रूफटॉप सिस्टम की नियमित रूप से जांच और रखरखाव की आवश्यकता होती है, जिससे इसकी सही तरह से काम करने की सुनिश्चित हो सकती है।
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सौर रूफटॉप सिस्टम एक सुरक्षित, स्वच्छ, और ऊर्जा बचत समाधान है, जो उपयोगकर्ताओं को बिजली बिलों में बचत करने में मदद कर सकता है और साथ ही प्रदूषण को भी कम कर सकता है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना से भारत में एक और कदम बढ़ा है जिससे स्वच्छ, सुरक्षित, और ऊर्जा स्वावलंबी भविष्य की दिशा में प्रगति हो सकती है। इससे गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ती से बिजली मिल सकती है और देश को ऊर्जा स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी।