उत्तराखंड के सुरंग में 17 दिन तक फंसे रहने के बाद बिहार के पाँच मजदूर शुक्रवार को अपने गाँव पहुंचे। इन मजदूरों की सुरक्षित वापसी के बाद प्रदेश के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने उनका हौसला अफ़ज़ाई से स्वागत किया। इनके परिजनों के आंखों में खुशी के आंसू थे जब वे सुरक्षित रूप से वापसी कर रहे थे।

इन पाँच मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित निकालने के लिए कई कदम उठाए गए और उन्हें दिल्ली से पटना लाया गया। इस मौके पर उनके साथ बिहार के अधिकारी भी मौजूद थे। श्रम संसाधन मंत्री ने इन मजदूरों को पुष्प गुच्छा देकर उनका स्वागत किया और उन्हें प्रदेश की सुरक्षित वापसी के लिए बधाई दी। इसके बाद, मजदूरों को उनके गाँव लौटने के लिए तैयार किया गया।

वापस लौटे मजदूरों ने पत्रकारों के सामने अपनी मजबूरी का दर्द साझा किया और कहा कि अगर सरकार रोजगार प्रदान करे तो कोई भी बाहर काम करने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, इन मजदूरों के परिजनों ने यह भी कहा कि अब वे इन्हें बाहर नहीं जाने देंगे।
श्रम संसाधन मंत्री ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार नौकरी और रोजगार के लिए कई योजनाएं चला रही है और वे सभी मजदूरों का ध्यान रखेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इन मजदूरों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा और सरकार इनकी सुरक्षा के लिए संपूर्ण कदम उठाएगी।

इस घड़ी में, बिहार के पाँच मजदूरों की सुरक्षित वापसी ने उनके परिजनों को बहुत खुशी और आशीर्वाद दिए हैं, जो इस संघर्ष में उनके साथ थे।