संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार फिर नई मुसीबत में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में अब लगता है डोनाल्ड ट्रंप का दूसरी बार वाइट हाउस में रहने का सपना अधूरा ही रह जाएगा। दरअसल, ट्रंप पर साल 2021 में अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद कई गोपनीय डॉक्यूमेंट्स (Classified Documents) अपने घर ले जाने का आरोप है।
ट्रंप पर हैं 7 आरोप
गुरुवार को ट्रंप ने कहा कि, उन्हें ऑफिस छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में आरोपी बनाया गया है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, 76 साल के ट्रम्प पर गोपनीय फाइलों को अनाधिकृत तौर पर रखने समेत 7 आरोप हैं। बता दें डोनाल्ड ट्रंप कई तरह के आरोपों में जांच का सामना कर रहे हैं। लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ यह अब तक का सबसे बड़ा क़ानूनी ख़तरा है। इसके तीन महीने पहले ही उन पर न्यूयॉर्क में गलत व्यापारिक रिकॉर्ड के 34 मामलों में आरोप लगाया गया था।
10 साल की हो सकती है सजा
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, स्पेशल काउंसिल ने अपनी जांच पूरी कर ली है और वो जल्द ही ट्रम्प पर क्रिमिनल चार्ज लगाने की तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप पर जो आरोप लगे हैं, उनमें अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है। हालांकि आरोप अभी तक स्पष्ट नहीं हुए हैं और उन्हें सीलबंद रखा गया है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने अपने प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस मामले के बारे में लिखा है कि, ‘भ्रष्ट बाइडेन प्रशासन ने मेरे वकीलों को बताया है कि मुझ पर अभियोग लगाया गया है। शायद ही मौजूदा या पूर्व कमांडर-इन-चीफ को कभी भी संघीय आरोपों का सामना करना पड़ा है।’
ट्रंप के घर की ली गई थी तलाशी
बता दें ट्रंप के वाइट हाउस को छोड़ने के बाद से ही इन गोपनीय दस्तावेजों की तलाश करने के लिए उनके फ्लोरिडा वाले आवास जिसका नाम मार-ए-लागो है, उसमें तलाशी ली गई थी। इसके बाद ट्रंप के आवास से एफबीआई ने सर्च वारंट जारी कर करीब 11,000 गोपनीय कागजात बरामद किए थे।