कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बावजूद, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ‘मकर संक्रांति’ पर मंदिर शहर का दौरा करने के अपने कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ने की अपनी योजना पर कायम है.उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता ने अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए रवाना होने का निर्णय लिया है, जो एक विवादित मंदिर शहर में है। इस दौरे का कार्यक्रम मकर संक्रांति के मौके पर है, जो हिन्दू पंचांग के अनुसार महत्वपूर्ण है।
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अजय राय और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने इस यात्रा का आयोजन किया है और वे अयोध्या की ओर रुख कर चुके हैं। इस यात्रा में वे सरयू नदी में स्नान करने का भी कार्यक्रम बना रखे हैं, जिससे इसे एक आध्यात्मिक और धार्मिक पर्व का हिस्सा बनाया जा रहा है।
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कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस यात्रा को मना करने का निर्णय किया है, लेकिन अजय राय का अपना योजना कायम है और वह अयोध्या का दौरा करने का कार्यक्रम बनाए हुए हैं। इसके अलावा, राष्ट्रीय सचिव प्रभारी धीरज गुर्जर भी इस दौरे में शामिल होंगे।
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कांग्रेस ने पहले अयोध्या के राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को ठुकरा दिया था, लेकिन उनकी नेतृत्व में यह योजना बनाए जाने पर प्रमुख मंदिरों का दौरा करने का निर्णय लिया गया है। कांग्रेस ने इसे एक धर्मिक और सांस्कृतिक पहलू पर ध्यान देने का प्रयास बताया है, जिससे वे स्थानीय लोगों के साथ जुड़ सकें।
कांग्रेस पार्टी ने इस दौरे के मुख्य उद्देश्य को सार्वजनिक रूप से घोषित नहीं किया है, लेकिन उनका अयोध्या का दौरा एक महत्वपूर्ण पार्टी घटना बन सकता है। यह इस समय की राजनीतिक घटना और वायरमेंट के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जिससे कांग्रेस की स्थिति और सांविदानिक विचारधारा के संदर्भ में बातचीत हो सकती है।