आज के समय में महिलाएं किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं। वह अपने घर में रहकर भी कला के ऐसे नमूने पेश कर रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही है। हाल ही में वैशाली जिले महिलाओं ने कला का अद्बुध नमूना पेश किया है। यहां वह केले के रेशे से ऐसी-ऐसी चीजें बना रही हैं, जिसे देखकर आप भी हैरान हो सकते हैं।
10 लाख रूपए का लोन हुआ पास

महिलाओं ने केला रेशा किसान उत्पाद कंपनी लिमिटेड के माध्यम से केले के रेशे से बनी चीजों का निर्माण करना शुरू किया है। महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बियाडा द्वारा हाजीपुर के औद्योगिक क्षेत्र में 5090 वर्गफीट क्षेत्र आवंटित भी किया है। महिलाओं ने ये काम मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत शुरू किया था। शुरुआत में छह जीविका दीदियों आशा देवी, रेणु देवी, कुमारी कृष्णा सिन्हा, सोनम कुमारी, सुशीला कुमारी एवं ललिता कुमारी के लोन पास हुए थे। उनका 10-10 लाख रुपए का लोन पास हुआ था।
रोजाना 1 टन केले का रेशा करते हैं तैयार

उन्होंने इस राशि से 7 केला रेशा उत्कर्षण मशीन और साथ ही दो स्टेम कटिंग मशीन खरीदकर केंद्र में स्थापित की थी। उन्होंने पहले कृषि विज्ञान केंद्र हाजीपुर से ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने केले के राशि से डिस्पोजेबल प्लेट, ग्लास, रस्सी, दरी, डोरमैट, पर्दा, गनी बैग, टोकरी, ज्वेलरी और साथ ही कई सारे हैण्डीक्राफ्ट आइटम का निर्माण किया था। फिर उन्होंने वैशाली जिले और उसके आसपास कई जिलों में बेचा। धीरे-धीरे उन्होंने इसकी बिक्री अन्य राज्यों में भी शुरू कर दी। इस फैक्ट्री में 35 महिलाएं काम कर रही है। वह रोजाना 1 टन केला का रेशा तैयार करती है।
सोनम कुमारी ने बताया अनुभव
सोनम कुमारी ने बताया कि, ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत हम सब लोगों का चयन हुआ था। इसके बाद 10-10 लाख रुपए का लोन पास हुआ। जिसमें से पहली किस्त 4-4 लाख रुपया 6 जीविका दीदी को मिला है। इस रुपए से हम 6 जीविका दीदी मिलकर फैक्ट्री चला रहे हैं।’