कांग्रेस का 2024 का चुनावी घोषणापत्र ‘न्याय पत्र’ के जारी होने के साथ ही देश में राजनीतिक हलचल में एक नई उम्मीद का संदेश जागृत हो गया है। इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने विभिन्न सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण को सामने रखा है और गरीबों, असहाय और पिछड़े वर्गों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का ऐलान किया है।
इस घोषणापत्र के माध्यम से कांग्रेस ने आरक्षण के मामले में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। पहले तो, वह 50% तक की आरक्षण की सीमा को बढ़ाने का वादा किया है। इसके साथ ही, कांग्रेस ने शिक्षा और नौकरियों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 10% आरक्षण को सभी जाति और समुदाय के लोगों के लिए लागू करने का भी ऐलान किया है। इसके साथ ही, वे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सभी रिक्त पदों को 1 साल के भीतर भरने का भी आश्वासन दिया है।
इसके अलावा, कांग्रेस ने बुजुर्गों के लिए पेंशन में वृद्धि करने का वादा किया है। वे कहते हैं कि वह न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति माह की पेंशन देंगे, जो कि बहुत से बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा का स्रोत होगा।
इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने 25 लाख रुपये तक के इलाज को मुफ्त करने का वादा किया है, जिससे कि गरीब और असहाय व्यक्तियों को सामूहिक रूप से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
इसके साथ ही, कांग्रेस ने नौकरियों के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे हैं। उन्होंने पहली नौकरी के लिए पक्की गारंटी देने का वादा किया है, जो कि युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
इसके अलावा, कांग्रेस ने युवाओं के लिए विभिन्न रोजगार सम्बंधित योजनाओं की भी घोषणा की है। वे उन्हें कौशल प्रदान करके, उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाकर, और उन्हें नौकरी के अवसर प्रदान करके, देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का वादा किया है।
इसके साथ ही, कांग्रेस ने बेरोजगारों के लिए भी कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे हैं, जो कि उन्हें आर्थिक रूप से सामर्थ्यवान बनाने में मदद कर सकते हैं।
इस घोषणापत्र के माध्यम से कांग्रेस ने गरीबों, असहायों, पिछड़ों और अन्य समाज के कमजोर वर्गों के लिए न्याय की बात कही है और उन्हें उनके अधिकारों का वास्तविक लाभ प्राप्त करने का एक माध्यम प्रदान किया है।