बिहार के दरभंगा जनपद में एक अजीबोगरीब हादसा सामने आया है, जहां एक पूरा तालाब रातोंरात गायब हो गया है। इस घटना के पीछे रहस्य को लेकर पुलिस जुट गई है और इसमें भूमाफिया की शक्तिओं का संलग्न होने की संभावना है।
घटना के पश्चात्, ग्रामीणों ने अपनी आश्चर्यजनक शिकायतों को पुलिस के सामने रखी है, जिस पर दरभंगा सदर के एसडीपीओ अमित कुमार ने तुरंत दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर सीधे आपत्तिजनकी के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि तालाब को भूमाफिया द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जमीन की स्वामित्व तक की जानकारी नहीं है।
एसडीपीओ ने स्थानीय मीडिया के माध्यम से यह जानकर हैरानी जताई कि सरकारी तालाब को किसी ने मिट्टी भरकर समतल जमीन बना दिया है। पहले स्थानीय थानाध्यक्ष भी इसकी जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे, लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
इस मामले में पुलिस अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से यह जानकर हुआ कि यह सरकारी तालाब है और उसका बंदोबस्त भी होता रहता है, लेकिन किसकी ज़मीन है, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने सीओ की भी पहले से जाँच कराई थी, लेकिन उसमें भी कोई सीज़ नहीं की गई थी।
इस मामले में पूरी तरह की जांच जारी है और सीनियर पुलिस अधिकारियों की निगरानी में मामला लाया जाएगा। अमित कुमार ने विशेष रूप से बताया कि यदि इसमें कोई गिरफ्तारी होती है, तो उसे कड़ी सजा होगी।
इस घटना के चलते मौके पर पहुंची पुलिस ने संबंधित स्थानों की जांच शुरू की है और इस मामले में जिम्मेदार व्यक्तियों की खोज जारी है। इसके साथ ही, धारा 144 लागू कर वहां की स्थिति को नियंत्रित करने का भी ऐलान किया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सारा कांटा कानूनी प्रक्रियाओं के बावजूद हुआ है और इस प्रकार के कृत्यों को रोकने की आवश्यकता है। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए सरकारी प्रधिकृति की जरूरत है कि इस तालाब को कौन और क्यों बना रहा था और इसे भूमाफिया की हत्या से बचाया जाए।
इस रहस्यमय तालाब के गायब होने का विवाद बना हुआ है और लोग इस मामले में जल्दी ही सख्ती से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।