कनाडा में रह रहा लखबीर सिंह लांडा को आतंकवादी घोषित कर दिया गया है, जिसे भारत के गृह मंत्रालय ने आतंकवाद के कई मामलों के लिए एक आतंकी माना है। इसके संबंध में गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है।
33 वर्षीय लखबीर सिंह लांडा को भारतीय नागरिकता से बाहर कर दिया गया है, क्योंकि उन्हें भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के आरोप में घोषित किया गया है। उनका नाम 2021 में मोहाली, पंजाब में हुए एक रॉकेट हमले की योजना में शामिल होने के बाद सामने आया था। उनका संबंध खालिस्तानी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से है, जिसका उद्देश्य खालिस्तान की स्थापना है।
लखबीर सिंह लांडा को गैंगस्टर और आतंकवादी माना गया है और उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट हमले की योजना में भी हिस्सा लिया था। गृह मंत्रालय ने उन्हें आतंकवादी घोषित करके उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं।
लखबीर सिंह लांडा की पिछली 11 सालों से पुलिस के साथ संघर्ष की रिपोर्टें हैं, और वह अब कनाडा में रह रहे हैं। भारतीय नागरिकता से बाहर किए जाने के बाद भी, उन्हें भारतीय गृह मंत्रालय ने आतंकी माना है और उनके खिलाफ कई आतंकवाद संबंधित मामले दर्ज किए गए हैं।
लखबीर सिंह लांडा का नाम दिसंबर 2022 में तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन पर हुए आरपीजी हमले के साथ-साथ, अन्य आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल होने के मामले में सामने आया था। उनकी आतंकी गतिविधियों का संबंध खालिस्तानी समूहों से है, और उन्होंने भारत के खिलाफ साजिश रची है।
लखबीर सिंह लांडा की गिरफ्तारी और उन्हें आतंकवादी घोषित करने के बाद, उनके खिलाफ भारतीय न्यायिक प्रक्रिया शुरू हो सकती है, जिसमें उन्हें भारत में चल रहे मुकदमों के लिए सजा हो सकती है।