झारखंड विधानसभा में हुए बदले दर्शक दीर्घा में प्रवेश के नियमों में हुआ है बदलाव, जिससे अब आम जन के लिए प्रवेश करना आसान नहीं होगा। इस नए नियम के तहत, दर्शकों को विधानसभा में प्रवेश करने के लिए पहले विधायक द्वारा लिखित तौर पर की गई अनुशंसा की अनुमति होगी। इससे पहले की तरह साधारित प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह नया नियम झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान लागू किया जा रहा है।
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सदन के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने विधानसभा की सुरक्षा को लेकर सभी नेता दलों के साथ बैठक की, जहां इस नए नियम को बनाए जाने के पीछे की विचार-विमर्श किया गया। इस नए नियम के तहत, दर्शकों को पहले से ही विधायक द्वारा लिखित अनुशंसा की जरूरत होगी, और इसी आधार पर ही उन्हें दीर्घा में प्रवेश की जाएगी।
इसके परिणामस्वरूप, अब साधारित दर्शकों के लिए विधानसभा में प्रवेश करना कहीं भी आसान नहीं होगा। विधानसभा के मुख्यमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, विपक्ष के नेताओं, और अन्य सभी विधायकों के साथ इस मुद्दे पर हुई चर्चा में साफ हुआ कि इस नए नियम को लागू करने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा में सुधार करना है और विधायकों द्वारा लिखित तौर पर अनुशंसा करने से ही दर्शकों को प्रवेश मिलेगा।
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झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज से होने जा रहा है आरंभ, और इसके साथ ही नए नियमों के अनुसार सुरक्षा की पहल प्रारंभ हो रही है। इस नए नियम के अंतर्गत, विधायकों द्वारा लिखित तौर पर अनुशंसा की जाएगी, और इसी आधार पर ही दर्शकों को विधानसभा में प्रवेश मिलेगा। यह कदम सुरक्षा में चुनौती पैदा करने वाले तमाम मामलों को नियंत्रित करने का हिस्सा है, जिससे विधानसभा का सुरक्षा स्तर और भी मजबूत हो सकता है।