इजरायल के खिलाफ जंग लड़ने वाला अब हमास सिर्फ अकेला नहीं रहा है, बल्कि लेबनान के हिजबुल्लाह के बाद अब यमन का हूती समूह भी जंग में कूद चुका है। गुरुवार को सुबह, यमन ने इजरायल की ओर कई ड्रोन हमले लॉन्च किए, मगर अमेरिकी युद्धपोत ने उनमें से अधिकांश को समुद्र में ही मारकर गिरा दिया।
इजरायली क्षेत्र में यमन की ओर से ताबड़तोड़ ड्रोन हमले लॉन्च किए गए, मगर समुद्र में तैनात अमेरिकी युद्धपोत ने कई हमलावर ड्रोनों को रास्ते में ही खल्लास कर दिया। यूएस सेंट्रल कमांड की रिपोर्ट के अनुसार हूतियों ने इजरायली जहाजरानी को निशाना बनाने की भी धमकी दी है। साथ ही इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज गैलेक्सी लीडर को जब्त कर लिया है।
मारकर गिराए गए ड्रोन: अमेरिकी युद्धपोत का वीरता
सेंटकॉम ने X पर कहा, “23 नवंबर की सुबह (यमन समयानुसार) यूएसएस थॉमस हडनर (डीडीजी 116) ने यमन में हूती नियंत्रित क्षेत्रों से लॉन्च किए गए कई एकतरफा हमले वाले ड्रोनों को मार गिराया।” इसमें जहाज और पायलट दल को कोई नुकसान या चोट नहीं आई। हूतियों ने स्वयं को हमास के साथ इजरायल के युद्ध के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने वाले ईरान के सहयोगियों और प्रॉक्सी के “प्रतिरोध की धुरी” का हिस्सा घोषित किया है।
युद्ध के चलते सीमा पर बढ़ता तनाव
लेबनान और इज़रायल के बीच की सीमा पर भी लगभग रोज गोलीबारी देखी जा रही है। 7 अक्टूबर को इज़रायल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से यमन में हूतियों ने इज़रायल की ओर ड्रोन और मिसाइल हमलों की हरि झड़ी लगा दी है। इज़रायल ने कहा कि उसने देश के दक्षिण की ओर जा रही एक “क्रूज़ मिसाइल” को बुधवार को रोक दिया है, जिसका दावा हूती विद्रोहियों ने किया था। हूतिस की सशस्त्र शाखा के प्रवक्ता याहिया सारी ने एक्स पर लिखा, “हमारी सेनाओं ने दक्षिणी इज़रायल में विभिन्न सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागीं”। उन्होंने कहा, “जब तक गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायली आक्रामकता बंद नहीं हो जाती, हम सैन्य अभियान जारी रखेंगे।”
लाल सागर में खूनी जंग: इज़रायल और हूतिस के बीच टकराव
हूतियों ने अब लाल सागर में खूनी जंग की खेल शुरू कर दी है। उन्होंने इजरायली जहाजरानी को निशाना बनाने की भी चुनौती दी है और लाल सागर के प्रवेश द्वार पर इजरायल से जुड़े मालवाहक जहाज गैलेक्सी लीडर और उसके 25 अंतरराष्ट्रीय चालक दल को बंधक बना लिया है। इज़रायल की सेना ने कहा कि यह जब्ती “वैश्विक परिणाम की एक बहुत गंभीर घटना” थी, और एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि यह “अंतर्राष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन” था। बुधवार को, इज़रायल और हमास ने कहा कि वे चार दिवसीय युद्धविराम पर सहमत हुए हैं, जिसके दौरान बंधक और कैदियों की अदला-बदली होगी। इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्टूबर को इज़रायल में खूनी हमलों के दौरान हमास और अन्य फिलिस्तीनी बंदूकधारियों ने लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें 1,200 लोग भी मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे।