रोटरी ऑफ़ बिहारशरीफ के पहल से नालंदा में डायलिसिस कराना हुआ आसान मात्र 1000 रु में अब होगा डायलिसिस का उपचार |
बीते दिन बुधवार को नालंदा के बिहारशरीफ में NH 20 वाईपास के निकट रिवाइवल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में रोटरी क्लब ऑफ़ बिहारशरीफ एवं रोटरी बिहारशरीफ हेमोडायलेसिस एवं रोटरी फॉउंडेशन के ग्लोबल ग्रांट के सहयोग से एक डॉयलेसिस सेंटर का उद्घाटन बिहार झारखण्ड रोटरी क्लब के चेयरमैन राजन गंडोत्रा के द्वारा किया गया इस उद्धघाटन के मौके पर
रोटरी क्लब ऑफ़ बिहारशरीफ के अधयक्ष डॉ अजय कुमार (पैथो) एवं अन्य सहयोगियों ने मुख्य अतिथि एवं अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किएँ।
डायलिसिस मशीन का जरुरत क्यूँ पड़ा।
डायलिसिस मशीन की जरुरत तब होती है जब किसी को गुर्दा (किडनी) से सम्बन्धित बीमारी होती है जिसमें वर्षों से किडनी में धीरे -धीरे अपरिवर्तनीय क्षति हो जाता है यह भारत में मृत्यु का एक प्रमुख कारन है लगभग ढाई लाख लोग किड्नी फेल्योर से हर साल मर जाते हैं लाखों लोग कीडनी की बीमारी से ग्रसित हैं जिसका इलाइज डाइलेसिस के द्वारा किया जा सकता है लेकिन इलाइज महंगा होने के कारन भारत में अधिकांश लोग डाइलेसिस करवा पाने में सक्षम नहीं है क्यूंकि इस बीमारी से ग्रस्त लोगों को बार -बार डाइलेसिस करवाना पड़ता है
नालंदा में अत्याधुनिक डायलिसिस सेंटर का शुरुआत
समाज में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की इसी आवस्यकता को देखते हुए रोटरी क्लब ऑफ़ बिहारशरीफ के द्वारा नालंदा के बिहारशरीफ में एक विश्वस्तरीय डायलिसिस सेंटर को स्थापित करने का निर्णय लिया गया
इस अत्याधुनिक डायलिसिस सेंटर का शुरुआत होने से नालंदा जिला के साथ -साथ नवादा ,शेखपुरा ,एवं लखीसराय के किडनी फेलुयोर से ग्रस्त गरीब लोगों को बेहतर और किफायती इलाइज हो सकेगा |
रोटरी क्लब ऑफ़ बिहारशरीफ
इस अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ़ बिहारशरीफ ,रोटरी क्लब नालंदा ,रोटरी क्लब शेखपुरा तथा अन्य बिहारशरीफ के सभी सदस्य उपस्थित रहें एवं डायलिसिस सेंटर के उद्घाटन पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहें की आगे भी इस तरह के कल्याणकारी कार्य समाज के लिए करते रहेंगे।