नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन कर 100 करोड़ रुपये का हफ्ता मांगने वाले आतंकवादी जयेश पुजारी, जिसे शाकिर भी कहा जाता है, को पुनः बेलगांव जेल रवाना कर दिया गया है। यह आतंकवादी बहुत समय से बेलगांव लौटने की कोशिश कर रहा था और उसने कई बार बचने का प्रयास भी किया था, जिसमें एक बार लोहे की तार से गुजरने का भी प्रयास था।
जयेश पुजारी लश्कर-ए-तोएबा, हिजबुल मुजाहिदीन, और पीएफआई जैसे कई आतंकवादी संगठनों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने नितिन गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय में जनवरी और मार्च में फोन करके हफ्ता मांगा था और अगर पैसे नहीं मिले तो गडकरी को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद नागपुर पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट के तहत बेंगलुरु की जेल से हिरासत में लिया था।
आतंकवादी जयेश के खिलाफ यूएपीए द्वारा दो मामले दर्ज किए गए हैं और उनके संबंध में पुलिस की जांच में पता चला है कि वह आतंकवादी संगठनों की मदद कर रहा था और उन्होंने कई आतंकी हमलों को अंजाम देने में भी सहायक बने रहे थे। इसके पश्चात, उसके खिलाफ कर्नाटक पुलिस भी जांच कर रही है और उसे लेकर अनेक मामले लंबित हैं।
नागपुर पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने बताया कि चार्जशीट पेश कर दी गई है और जयेश को विशेष दस्ता वापस बेंगलुरु लेकर जाया जाएगा या फिर उससे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूछताछ की जाएगी।
जयेश पुजारी ने मार्च में विमान से नागपुर लौटने की कोशिश की थी, और उसने कोर्ट में गुहार लगाई थी कि उसे विशेष दस्ता वापस नहीं किया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने उसे दोबारा बेंगलुरु लेकर जाने का निर्णय किया है।