नीतीश कुमार की सरकार ने हाल ही में बिहार में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। यह फैसले बिहार के विकास और प्रगति के मार्ग को और भी सुगम और स्थिर बनाने का उद्देश्य रखते हैं। इन फैसलों में सरकारी कर्मचारियों के डीए में 4 प्रतिशत का इजाफा, राजगीर में एयरपोर्ट का निर्माण, भागलपुर एयरपोर्ट के जीर्णोद्धार, और मोइनुल हक स्टेडियम के लिए बीसीसीआई को लीज पर देने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय शामिल हैं।
बिहार सरकार ने अपने कर्मचारियों के डीए में 4 प्रतिशत का इजाफा किया है, जो कि एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इससे न केवल सरकारी कर्मचारियों का हित होगा, बल्कि यह भी विभिन्न सेवाओं और योजनाओं को बेहतरीन रूप से प्रदान करने में सहायक होगा। साथ ही, राजगीर में एयरपोर्ट के निर्माण का निर्णय भी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे यहाँ के लोगों को न केवल यातायात की सुविधा मिलेगी, बल्कि वहाँ के विकास में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
भागलपुर एयरपोर्ट के जीर्णोद्धार का निर्णय भी बिहार के पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इससे इस क्षेत्र के लोगों को भी विकास का लाभ मिलेगा और उनके लिए नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी। मोइनुल हक स्टेडियम को बीसीसीआई को लीज पर देने का निर्णय भी खेल के क्षेत्र में नए उत्साह की भावना लाएगा और खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
साथ ही, नीतीश कुमार की सरकार के मंत्रिमंडल में भी विस्तार हुआ है। इसमें बीजेपी और जेडीयू के विधायकों को मंत्री पद की शपथ दी गई है। यह विस्तार सरकार की विभिन्न विचारधाराओं और सोच को समर्थन और संगठन करने के लिए महत्वपूर्ण है।
शाम को नीतीश मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार
इसके साथ ही बीते कल यानि शुक्रवार को नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। कल राजभवन में भाजपा और जदयू के कुल 21 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इसमें बीजेपी के 12 विधायक और जेडीयू के 9 विधायक शामिल हैं। बता दें कि नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को एनडीए में शामिल हो गए थे और नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
बीजेपी से इन विधायकों ने ली शपथ
रेणु देवी (नोनिया) अति पिछड़ा
मंगल पांडेय (ब्राम्हण) सवर्ण
नीतीश मिश्रा (ब्राम्हण) सवर्ण
नीरज कुमार सिंह (राजपूत) सवर्ण
नितीन नवीन (कायस्थ) सवर्ण
दिलीप जायसवाल (वैश्य) पिछड़ा
संतोष सिंह (राजपूत) सवर्ण
जनक राम (चमार) दलित
केदार प्रसाद गुप्ता (वैश्य) पिछड़ा
हरी सहनी (मल्लाह) अति पिछड़ा
कृष्णनंदन पासवान (पासवान) दलित
सुरेन्द्र मेहता (कुशवाहा) पिछड़ा
जेडीयू से ये विधायक बने मंत्री
अशोक चौधरी (पासी) दलित
लेसी सिंह (राजपूत) सवर्ण
महेश्वर हजारी (पासवान) दलित
जयंत राज (कुशवाहा) पिछड़ा
सुनील कुमार (चमार) दलित
जमा खान (पठान) सवर्ण मुस्लिम
शीला मंडल (धानुक) अति पिछड़ा
रत्नेश सदा (मुसहर) दलित
मदन सहनी (मल्लाह) अति पिछड़ा
इससे स्पष्ट होता है कि नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार के विकास और प्रगति के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह निर्णय न केवल राज्य के लोगों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। नीतीश कुमार की यह सक्रिय और प्रगतिशील नीतियों का समर्थन और स्वागत बिहार के लोगों द्वारा किया जाता है, जो उनके द्वारा किए गए कदमों को स्वीकार करते हैं और इसे बढ़ावा देते हैं।