राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस ने राजनीतिक मंच पर एक नया मोड़ उत्पन्न किया है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने पहले रामनवमी की शुभकामनाएं दीं, और उसके बाद ही वे कांग्रेस और भाजपा पर सख्त निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्तमान में हो रही वायुमंडलीय परिवर्तन के कारण किसानों को बड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं, और उन्होंने बीजेपी की नीतियों को इस पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने भी इंडिया गठबंधन की सरकार की उम्मीद जताई और बताया कि वे इस समर्थन के साथ चुनाव में उतरेंगे। उनका मुकाबला बीजेपी के उत्तर प्रदेश के नेता अतुल गर्ग के खिलाफ होगा, जो की गाजियाबाद से बीजेपी विधायक हैं।
राहुल गांधी ने भी इस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के खिलाफ नारे लगाए और कहा कि उनकी पार्टी की उम्मीद है कि वे इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि बीजेपी की सरकार ने लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने सदैव संविधान की रक्षा की है।
इसके अलावा, राहुल गांधी ने चुनावी सीटों के बारे में भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि पहले वे सोचते थे कि बीजेपी 180 सीटों पर जीत सकती है, लेकिन अब उन्हें लग रहा है कि बीजेपी की सीटें 150 के आस पास होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस-सपा का गठबंधन उत्तर प्रदेश में मजबूत है और वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस राजनीतिक दलों के बीच गतिशीलता और राजनीतिक विवादों की माहौल को और तेज़ बना देती है। इसमें चुनावी मुद्दों पर खुलकर बात करना और अपनी राय व्यक्त करना राजनीतिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे लोगों को नेताओं के सोचने का एक संकेत मिलता है और वे अपने वोट को किसे देना चाहते हैं, उस पर विचार कर सकते हैं।