उज्जैन में स्थित एक शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय में हंगामा हुआ है जहां प्राधिकृत धर्म को बदलने या बौद्ध धर्म को अपनाने पर विरोध की घटना सामने आई है। यहां पर विद्यालय के होस्टल में रहने वाले छात्रों को हिंदू धर्म से जुड़े धार्मिक प्रथाओं का उल्लंघन करने का आरोप है।
नागझिरी क्षेत्र के लालपुर गांव के शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय में वार्डन पर लगाए गए आरोपों के तहत, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विद्यालय के परिसर में प्रदर्शन किया। इसके दौरान, हनुमान चालीसा का पाठ किया गया और जय श्री राम के जयकारे लगाए गए।
आरोप है कि विद्यालय के वार्डन ने छात्रों से हिंदू धर्म से जुड़े आचार-विचार को बदलने के लिए दबाव डाला है, जिसमें भगवान राम के नाम को न लेने, हनुमान चालीसा की पुस्तक को दबाने और बौद्ध धर्म को अपनाने की शर्तें शामिल हैं। छात्रों ने बताया कि विद्यालय के होस्टल वार्डन ने उन्हें नाम न लेने और बौद्ध धर्म को अपनाने की शर्त पर होस्टल से बाहर करने की धमकी दी है।
छात्रों ने कहा कि वे हिंदू धर्म के प्रति आस्था रखते हैं और उन्हें इसमें कोई बदलाव करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके अलावा, उन्हें हिंदू धर्म से जुड़े आचार-विचार बदलने की शर्तों के खिलाफ विरोध करने पर वार्डन द्वारा बजरंग दल की ओर से छात्रों के साथ बजरंग दल ने विद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया।
बजरंग दल के जिला संयोजक ने इस मामले में बताया कि वे नागझिरी क्षेत्र के विद्यालयों में ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते रहते हैं और छात्रों के हक की रक्षा करने के लिए तत्पर हैं।
इस घटना के बाद, प्रशासनिक टीम ने मामले की जांच के लिए मौके पर पहुंचा है, लेकिन वे इसके बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं। छात्रों की यह गुहार है कि उन्हें हिंदू धर्म से जुड़े आचार-विचार को बदलने के लिए दबाव डाला जा रहा है, जिसका विरोध वे कर रहे हैं।