अग्निवीर जवान अक्षय लक्ष्मण की शहादत ने देश को गहरे शोक में डाल दिया है। वे भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में सेवा कर रहे थे और सियाचिन ग्लेशियर के उच्चतम शिखरों पर तैनात थे।वे महाराष्ट्र के रहने वाले थे | उनकी शहादत ने उन्हें सचमुच का अग्निवीर बना दिया, जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है। इस सदमे की खबर ने देशवासियों को गहरे दुख में डाल दिया है और सभी ने उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं जताई हैं। अक्षय लक्ष्मण ने अपनी सेवा के दौरान लड़ते हुए अपने देश के लिए अद्भुत पराक्रम दिखाया और सीमा क्षेत्र में अपनी जान की बाजी लगाई। सियाचिन के मुश्कोह बाबा क्षेत्र में तैनात रहते हुए उन्होंने देश की रक्षा में अपना योगदान दिया और अपने परिवार, समूह, और देश के लिए एक असली योद्धा बने।
इस दुखद समय में, फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने उनके बलिदान को सराहा और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई है। वे शहीद जवान के उच्च आदर्श और साहस की सराहना करते हैं जो देश के सीमा क्षेत्रों में जीवन गवा रहे हैं ताकि हम सभी आत्मरक्षा और स्वतंत्रता का आनंद उठा सकें।
भारतीय सेना ने इस बाबत ट्वीट करते हुए लिखा कि जनरल मनोज पांडे समेत सेना के सभी अधिकारी इस सर्वोच्च बलिदान के लिए अक्षय लक्ष्मण को नमन करते हैं।
बता दें कि शहीद जवान के परिजनों को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सेवा निधि में अग्निवीर द्वारा दिए गए 30 फीसदी योगदान, उसमें सरकार का भी बराबर योगदान और पूरी राशि पर ब्याज दिया जाएगा। साथ ही परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए भी वेतन मिलेगा। यह राशि 13 लाख से अधिक होगी। वहीं सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से शहीद जवान के परिजनों को 8 लाख रुपये का योगदान दिया जाएगा।
इस संदर्भ में, भारतीय सेना ने शहीद जवान के परिवार को साझा करने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं। उनके परिवार को मुआवजा, बीमा, और सेना द्वारा उनके बलिदान के प्रति आदर का एक सांगत राशि दी जाएगी। इसके अलावा, उनके परिवार को सेना द्वारा अनुग्रह राशि, सेवा निधि, और ब्याज के साथ विभिन्न लाभ भी प्रदान किए जाएंगे। इससे शहीद जवान के परिवार को आर्थिक समर्थन देने में मदद मिलेगी और उन्हें सम्मानित महसूस होगा।
उनकी आत्मा की शांति के लिए हम सभी मित्रों की ओर से श्रद्धांजलि। यह अग्निवीर जवान हमारे लिए अमर रहेंगे |