इस बार जब गुरमीत राम रहीम सिंह को 21 दिन की फरलो मिली है, उसे यूपी के बागपत स्थित आश्रम में गुजारना होगा। इस आश्रम में उनका दिन कैसा रहेगा, यह जानकर हर कोई चौंका है। राम रहीम की यह फरलो मंजूर होने के पीछे कुछ नियम हैं जिनका पालन करना होगा।
राम रहीम के इस आश्रम में गुजारे जाने वाले 21 दिनों में वह कौन-कौन सी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं, यह सवाल बहुत से लोगों के मन में है। आश्रम में सत्संग, ध्यान और कला की गतिविधियों का आयोजन हो सकता है। यहां वे अपने अनुयायियों से मिल सकते हैं और उनके साथ समय बिता सकते हैं।
फरलो की अवधि के दौरान राम रहीम को सामाजिक सुरक्षा भी दी जाएगी, और उन्हें आश्रम के परिसर में ही रहने का आदिकार होगा। इसके अलावा, वे किसी भी सार्वजनिक स्थान पर जाने से रोके जा सकते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की मीडिया इंटरव्यू नहीं देने की संभावना है।
यह भी देखने को मिलेगा कि राम रहीम के आश्रम में कैसे इंटरनेट का इस्तेमाल होगा, क्या उन्हें आधिकारिक सोशल मीडिया प्रोफाइल को अपडेट करने का अधिकार होगा, और क्या उन्हें अपने अनुयायियों से संपर्क में रहने का अधिकार होगा।
इसी बीच, लोगों में विभिन्न रायें हैं। कुछ इसे एक न्यायिक निर्णय के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक खेल का हिस्सा मान रहे हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक प्रमुख के अधिकार का हिस्सा मान रहे हैं, जबकि कुछ यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इस निर्णय का सामाजिक परिणाम क्या हो सकता है।
इस पूरे मामले को समझने में कुछ समय लगेगा, लेकिन एक बात स्पष्ट है कि गुरमीत राम रहीम सिंह के चारों ओर बहुत सी उतार-चढ़ाव हैं और इस पर लोगों का रुझान होगा।