ट्रक चालकों की हड़ताल खत्म होने का निर्णय सरकार और ट्रांसपोर्टर्स के बीच हुआ है, जिसे लेकर बड़े स्तर पर वित्तीय और सामाजिक प्रभाव होने की उम्मीद है। हिट एंड रन कानून के खिलाफ चल रही हड़ताल ने ट्रक ड्राइवरों की मुख्य मांग को लेकर सरकार और ट्रांसपोर्ट सेक्टर को एक साथ बैठने पर मजबूर किया है।
हड़ताल समाप्त करने के पीछे का कारण है सरकार के आश्वासन का आगे बढ़ना। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और सरकार ने आश्वासन दिया कि हिट एंड रन कानून अभी लागू नहीं हुआ है और उस पर चर्चा करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
ट्रक ड्राइवरों ने अपनी मांगों को लेकर बड़े पैम्पल को अपने साथ पूर्वी भारत में हड़ताल का समर्थन दिखाया था। हिट एंड रन कानून के तहत किए जाने वाले दंडों के खिलाफ उनका विरोध था, और उन्होंने सरकार से इस कानून को तुरंत वापस लेने की मांग की थी।
आश्वासन मिलने के बाद, ट्रक चालकों ने त्वरित रूप से अपनी हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया है। सरकार ने यह भी कहा है कि नया नियम अभी लागू नहीं हुआ है, और उस पर चर्चा करने के लिए ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रतिनिधियों से मिलेगी। हड़ताल के बाद पंजाब में टैंकरों से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई शुरू हो गई है। रात 9 बजे जालंधर से 169 टैंकर रवाना हुए हैं और बठिंडा से 87 टैंकर और संगरूर से 62 टैंकर अलग-अलग जिलों में तेल की आपूर्ति के लिए निकल चुके हैं।
भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट एंड रन के मामलों में नए नियम की बदली जा रही सजा और जुर्माने की व्यवस्था ने ट्रक चालकों को परेशान किया था, जिसका वे विरोध कर रहे थे। नए नियम में 10 साल की जेल या सात लाख रुपये का जुर्माना होने का प्रावधान किया गया था, जबकि पहले इसमें सजा दो साल कारावास की थी।
ट्रक ड्राइवरों का विरोध पूरे देश में महसूस हुआ और उनकी मांगों का समर्थन कई स्थानों पर देखा गया। सरकार और ट्रांसपोर्ट सेक्टर के बीच हुए सहमति के बाद, आशा है कि समस्याओं का समाधान शीघ्र होगा और सभी प्रभावित पक्षों के बीच समझौते पर पहुंचा जाएगा।