पॅब्लिक सेक्टर की कंपनी बीएसनल 2024 में 5G सर्विस शुरू करेगी। केन्द्रीय टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इस बारे में जानकारी दी। BSNL ने 4G नेटर्वक शुरू करने के लिए TCS और C-DOT के नेतृत्व को चुना है। इस करार के तहत ऑडर देने के करीब एक साल के अंदर 5G में बदला जाएगा। वैष्णव ने ओडिसा में जियो और एयरटेल की 5G सर्विस शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम से अलग मीडिया से ये बात कहीं उन्होंने कहा कि बीएसनल 2024 में 5G सर्विस शुरू करेगा।
कई राज्यों मे शुरू हो चुकी है 5G सर्विस
दूर संचार मंत्री ने कहा पुरे ओडिसा में दो साल के अंदर 5G सर्विस शुरू की जाएंगी। आज भुवनेश्वर और कटक में ये सर्विस शुरू की गई। उन्होंने 26 जनवरी से पहले राज्य में 5G सेवाएं शुरू करने का वादा किया था जोकि पुरा हो गया है। टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी जियो और एयरटेल ने भुवनेश्वर में अपनी 5G नेटर्वक शुरू कर दी है। ऐसे में ज्यादा कस्टमर 5G कि ओर शिफ्ट हो रहे है। लेकिन BSNL 4G ही लॉन्च नहीं कर पाया है। ये देरी BSNLपर निगेटिव असर डाल रही है। यहां हम BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई इस बारे में बता रहे हैं। दरअसल, साल 2010 में जब 3G स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई तो सरकारी कंपनी होने के कारण BSNL ने हिस्सा नहीं लिया। बाद में BSNL को उसी दाम पर स्पेक्ट्रम मिले जिस दाम पर निजी कंपनियों को मिले थे।
BSNL के 3.8 करोड़ लैंडलाइन ग्राहक थे 2014-15 में घटकर 1.6 करोड़ रह गए
BSNL को वायमैक्स तकनीक पर आधारित ब्रॉडबैंड वायरेलस ऐक्सेस स्पेक्ट्रम के लिए भी भारी रकम देनी पड़ी। इसका सीधा असर BSNL की आर्थिक स्थिति पर पड़ा। देश में मोबाइल क्रांति जोर पकड़ने के साथ ही लैंडलाइन कनेक्शन में तेजी से गिरावट हुई। 2006-07 में BSNL के 3.8 करोड़ लैंडलाइन ग्राहक थे, जो 2014-15 में घटकर 1.6 करोड़ रह गए। 4G स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई तब भी BSNL को बाहर रखा गया। इस देरी के कारण जहां प्राइवेट कंपनियां देश में 5G रोलआउट कर रही है वहीं BSNL 4G पर ही अटकी हुई है।