अमेरिकी विदेश विभाग ने यूक्रेन और मध्य पूर्व में चल रहे संघर्षों को सुलझाने में भारत के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है। इस तरह के समकक्ष साझेदारी के माध्यम से विशेषज्ञता और उत्पादकता की आवश्यकता होने पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने नई दिल्ली को अवगत किया है। उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच गहरे और विशिष्ट संबंध हैं, जो सामरिक क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे हैं।
इस संदर्भ में, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय सांसद और मंत्री एस जयशंकर के बीच सकारात्मक और गहरे संबंध हैं, जिनके माध्यम से दोनों देश इस सभी महत्वपूर्ण संघर्षों के समाधान में सहायक हो सकते हैं। उन्होंने साझेदारी की जरूरत को महसूस करने के लिए भारत को बुलाया है और सुरक्षितता, शांति, और सुरक्षा के क्षेत्र में एक अच्छे साझेदार के रूप में उभरने का संकेत किया है।
यूरोप में चल रहे यूक्रेन और गाजा संघर्षों की स्थिति को देखते हुए, विदेश विभाग ने बताया कि भारत एक रचनात्मक भूमिका निभा सकता है और उसकी सकारात्मक योजना का स्वागत किया जाएगा। यह साझेदारी न केवल भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि इससे दुनिया भर के देशों को एक सशक्त राष्ट्रों समूह की दिशा में एक पोजिटिव मैसेज मिलेगा।
भारत-अमेरिका के बीच संबंध बढ़ते जा रहे हैं और इस साझेदारी के माध्यम से ये दो देश विभिन्न क्षेत्रों में एक दूसरे के समर्थन में मिलकर आगे बढ़ सकते हैं। यह संबंध न केवल विश्व शांति और सुरक्षा की साधना में सहायक हो सकते हैं, बल्कि इससे भारत को एक महत्वपूर्ण खेलखुद क्षेत्र में भी सहारा मिल सकता है।
इसी तरह की सहायकता और साझेदारी से ही संघर्षों के समाधान में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, और दोनों देशों के बीच गहरे और स्थायी संबंधों की नींव रखी जा सकती है।