यूपी के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी है। मिथिला के महावीर मंदिर ने एक विशेष पहल के रूप में राम जन्मस्थल पर भगवान श्री राम की ससुराल की ओर से भगवान को पाग, पान, और मखाना भेजने का निर्णय किया है। इस अद्वितीय इनिशिएटिव के तहत, 15 जनवरी से 15 फरवरी तक अयोध्या में भक्तों के लिए भव्य लंगर भी चलाया जाएगा।
महावीर मंदिर के सचिव, पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल ने बताया कि मानवता के सच्चे सेवा-भाव को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने इस कदम का फैसला किया है। राम मंदिर के निर्माण में सहायता के लिए महावीर मंदिर ने पहले ही 10 करोड़ रुपये का योगदान किया है और उनमें से आठ करोड़ रुपये पहले ही दिए गए हैं। बाकी दो करोड़ रुपये की राशि उद्घाटन समारोह से पहले दी जाएगी।
कुणाल ने बताया कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई के दौरान महावीर मंदिर ने सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के पक्ष में अहम साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह निर्णय समझा जा रहा है कि साक्ष्य प्रस्तुत करने का यह एक अद्वितीय तरीका है जिससे भक्तों का भी मनोबल बना रहे और राम मंदिर के निर्माण में उनकी सहायता हो।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान राम की पत्नी माता सीता मिथिला की राजकुमारी थीं और माता सीता की ससुराल में आये जाने का उपहार पहुंचाना इस पर्वकाल में अत्यंत श्रेष्ठ माना जाता है। कुणाल ने यह भी बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए महावीर मंदिर ने एकला ही इतना बड़ा योगदान देने का निर्णय लिया है, जो अब तक किसी संगठन या व्यक्ति द्वारा दिया गया है।
आने वाले 15 जनवरी से शुरू होने वाले भव्य लंगर के माध्यम से भक्तों को दी जाएगी महावीर मंदिर की कड़ी श्रद्धांजलि और उनके आत्मविश्वास को मजबूत करने का प्रयास। इससे समाज में सच्चे धर्मानुसारी भावना का प्रचार होगा और राम मंदिर के निर्माण में भक्तों का साथ भी मिलेगा।
आयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का उद्घाटन 22 जनवरी को होने वाला है और इसके लिए जोरदार तैयारियां जारी हैं। रामलला की मूर्ति का विशेष विग्रहाराधन भी किया जाएगा जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को शामिल किया जाएगा।