कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के सारंगपुर गांव के मुन्ना राम, जिनकी उम्र 40 वर्ष पिता हरि राम थे , उनकी मौत नहर में डूबने से हो गई। सूचना मिलते ही पहुंचे जिला परिषद सदस्य विकास सिंह, जिन्हें लोग लल्लू पटेल के नाम से भी जानते थे, वो मौके पर पहुंचे।
जिला परिषद सदस्य ने बताया कि
जिला परिषद सदस्य ने बताया कि मुन्ना राम रात्रि में शौच करने के लिए गए थे, और जब वे पानी छूने के क्रम में नहर में गिरे, तो नहर की तेज वहाव के चलते वे नहर में डूब गए। नहर में पानी का आगमन पहाड़ी क्षेत्र से भी काफी ज्यादा था, और इसके कारण उनका शव लगभग 1 किलोमीटर दूसरे गांव बेतरी पहुंच गया।
मछली जाल में फंसा शव: मुन्ना राम की पहचान
जब शव बेतरी गांव में पहुंचा, तो वहाँ मछली मारने के लिए ग्रामीणों द्वारा लगाए गए जाल में फंस गया। फिर जाकर मुन्ना राम का शव पहचाना गया। ग्रामीणों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उन्हें नहीं मिला। सुबह में, उनका शव जाल में फसा हुआ मिला।
जिला परिषद सदस्य द्वारा परिवार की मदद किया गया
शव का पंचनामा करने के बाद, पोस्टमार्टम किया गया, और जिला परिषद सदस्य विकाश सिंह या लालू पटेल ने भी परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की। परिवार गरीब था, और उनके पास कुल पांच बच्चियां और दो बच्चे थे। मुन्ना राम आलावा उस परिवार का अब कोई सहारा नहीं है। जिला परिषद सदस्य ने परिवार से कहा कि सरकार से मिलने वाली मुआवजा की राशि बहुत जल्द ही दिला दी जाएगी, और वह परिवार के साथ हर संभव मदद करेंगे। वह इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े थे और उन्होंने उनके साथ अपनी संवेदना व्यक्त की।