बीएसपी के पूर्व विधायक रुशदी मियां और मंत्री शिव कुमार बैरिया की समाजवादी पार्टी में शामिल होने की खबर ने राजनीतिक दलों में चर्चा को गरमा दिया है। इन घटनाओं के बाद, जिसमें पिछले दिनों बीएसपी के वरिष्ठ नेता गुड्डू जमाली ने भी अपनी पार्टी छोड़कर सपा में शामिल होने का ऐलान किया था, राजनीतिक माहौल में उत्तेजना बढ़ गई है।
अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें उन्होंने बीएसपी से आए कुछ नेताओं की समाजवादी पार्टी में शामिल होने की बात की। इसमें शामिल हैं बीएसपी के पूर्व विधायक रुशदी मियां और पूर्व मंत्री शिव कुमार बैरिया।
यह स्थिति बीएसपी के लिए एक और झटका है, क्योंकि इससे पार्टी की आईडेंटिटी और सामर्थ्य पर प्रश्न उठते हैं। बीएसपी नेताओं का समाजवादी पार्टी में शामिल होना इस पार्टी को मजबूती देने के साथ-साथ बीजेपी की ओर से उठाए गए सवालों को भी और बढ़ा सकता है।
अखिलेश यादव ने इस मामले पर ताजा कहा कि यह बीजेपी की पुरानी ट्रिक है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और उनके थिंकटैंक बहुत होशियार हैं और ये सब उनके पुराने तरीके हैं। उन्होंने इसे पीडीए की लड़ाई को कमजोर करने और ध्यान भटकाने का एक तरीका बताया।
इसके अलावा, अखिलेश यादव ने पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के मामले पर भी अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पेपर लीक से बीजेपी के सवा दो लाख वोट लीक हो गए हैं।
अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि किसान आज भी आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं और सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने की बजाए बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया है। उन्होंने इसे जांच के लायक बताया और कहा कि जिन उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए गए हैं, उन्हीं से इलेक्ट्रोरल बॉन्ड से पैसे लिए गए हैं।
वहीं, अखिलेश यादव ने इंडिया अलायंस के बारे में भी बात की और कहा कि चुनाव में अलायंस रैलियां करेगा। उन्होंने कहा कि सभी सहयोगी दलों के नेता साथ में रैलियों में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति यूपी की 80 और बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर निर्भर करेगी।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने बीएसपी के नेताओं की समाजवादी पार्टी में शामिल होने की खबरों पर अपने विचारों को साझा किया। इसके बाद, राजनीतिक दलों में चर्चा बढ़ गई है कि बीएसपी के बाद कौन-कौन से नेता अब अखिलेश यादव की समर्थन में आएंगे।